लखनऊ: 2022 तक देश के हर गरीब को पक्का मकान देने की योजना पर मोदी सरकार ने काम तेज कर दिया ह। पीएम नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के प्रदेश के 6 लाख 10 हजार लाभार्थियों को 2,690 करोड़ रुपये की धनराशि डिजिटली ट्रांसफर करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित होंगे। यह जानकारी आज यहां देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वर्ष 2020-21 के अन्तर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के 5 लाख 30 हजार लाभार्थियों को आवास निर्माण की प्रथम किश्त तथा 80 हजार लाभार्थियों को द्वितीय किश्त की धनराशि ट्रासंफर की जाएगी।
योगी सरकार आवासहीन परिवारों को छत देने के लिए प्रतिबद्ध हैं
मोदी सरकार एवं योगी सरकार आवासहीन परिवारों को छत देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वर्तमान राज्य सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का प्रभावी क्रियान्वयन कराया जा रहा है। इस योजना में प्रदेश की उल्लेखनीय उपलब्धि रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में उत्कृष्ट कार्य के लिए गत वित्तीय वर्ष में उत्तर प्रदेश को ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सर्वाधिक 9 राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये गये।
पीएम मोदी कई मौकों पर 2022 तक सबको घर देने की बात कह चुके हैं
पीएम नरेंद्र मोदी कई मौकों पर 2022 तक सबको घर देने की बात कह चुके हैं। ग्रामीण विकास मंत्रालय के विजन डाक्यूमेंट के मुताबिक, 2019-20 में 60 लाख मकानों का निर्माण शुरू हुआ। वहीं मौजूदा वित्तीय वर्ष 2020-21 में 70 लाख का टारगेट है। जबकि अगले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 65 लाख आवासों का निर्माण होगा। इस तरह 31 मार्च 2022 तक कुल 1।95 करोड़ मकान गरीबों को उपलब्ध होगा।
इन घरों में बिजली, एलपीजी कनेक्शन और शौचालय की सुविधा होगी। इस योजना के तहत लाभार्थियों को न्यूनतम 25 वर्गमीटर का घर बनाने के लिए 1।20 लाख रुपये मिलते हैं, जबकि हिल एरिया में 1।30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है, और 12 हजार रुपये अलग से शौचालय के लिए मिलते हैं। पहले गांवों में गरीबों को घर देने के लिए इंदिरा आवास योजना चलती थी। प्रधानमंत्री मोदी ने 20 नवम्बर 2016 को आगरा में इस महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ किया था ।