कोरोना वायरस, दिल्ली मेट्रो व बसों पर बड़ा फैसला

नई दिल्ली: देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस (Corona Virus) का ग्राफ बढ़ने लगा है। जिसके बाद केंद्र से लेकर राज्य सरकार अलर्ट मोड पर आ गई हैं। वहीं, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सार्वजनिक बसों और मेट्रो ट्रेनों को लेकर बड़ा फैसला किया गया है। अब राजधानी में सार्वजनिक बसें और मेट्रो रेल सीमित क्षमता के साथ ही चलेंगी।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए किया गया फैसला
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने सोमवार को यात्रियों की संख्या यथास्थिति बनाए रखने का फैसला किया। यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। जानकारी मिली है कि महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया गया है। ये फैसला कम से कम दो हफ्तों तक लागू रहेगा।
सीमित क्षमताओं के साथ चलेंगी बसें और ट्रेनें
मिली जानकारी के मुताबिक, सार्वजनिक बसें और दिल्ली मेट्रो ट्रेनें अभी सीमित क्षमताओं के साथ ही चलेंगी। अभी और दो हफ्तों तक स्थिति पर सतर्कतापूर्वक निगरानी की जाएगी। बता दें कि दिल्ली परिवहन विभाग (डीटीसी) ने बीते हफ्ते दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) को प्रस्ताव भेजा था, जिससे सार्वजनिक बसों में यात्रियों को खड़े होने की अनुमति दी जा सके।
उपराज्यपाल की अध्यक्षता में हुई बैठक
सोमवार को राज्य के उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में DDMA की बैठक हुए, जिसमें सूबे के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal), उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia), मुख्य सचिव विजय देव और अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
बसों में खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं
दिल्ली में फिलहाल दिल्ली परिवहन विभाग (डीटीसी) और क्लस्टर बसों में खड़े होकर सफर करने की इजाजत नहीं है और बसों में सीटों के हिसाब से ही यात्रा करने की अनुमति है। बात करें मेट्रो की तो मेट्रो रेल में पैसेंजर एक सीट छोड़कर बैठ सकते हैं। राजधानी दिल्ली में कल यानी रविवार को कोरोना वायरस के कुल 145 नए मामले दर्ज किए गए हैं।